मध्य प्रदेश कांग्रेस ने गुना में दलित किसान परिवार के साथ पुलिस बर्बरता की घटना की जांच के लिए एक सात सदस्यीय समिति का गठन किया है। यह समिति 17 जुलाई को गुना पहुंचकर पूरे मामले की जांच करेगी और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक दलित परिवार के सदस्यों की पुलिस द्वारा बेरहमी से पिटाई के मामले की जांच के लिए प्रदेश कांग्रेस ने एक जांच समिति बनाई है। यह समिति शुक्रवार को गुना जाएगी और अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को सौंपेगी। इस जांच रिपोर्ट के बाद कांग्रेस इस घटना पर आगे की रणनीति बनाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा के अनुसार, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने गुना में दलित किसान परिवार के साथ पुलिस दुर्व्यवहार की निंदा करते हुए घटना की जांच के लिए सात सदस्यीय समिति बनाई है, जिसमें पूर्व मंत्री बाला बच्चन, रामनिवास रावत, जयवर्धन सिंह, पूर्व विधायक फूल सिह बरैया, कार्यवाहक प्रदेशाध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी, विधायक हीरा लाल अलावा और प्रदेश प्रवक्ता विभा पटेल को सदस्य बनाया गया है। यह समिति 17 जुलाई को गुना पहुंचकर पूरे मामले की जांच करेगी और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
बता दें कि गुना के कैंट इलाके में एक महाविद्यालय की जमीन पर कब्जा कर खेती किए जाने को लेकर प्रशासन और पुलिस ने दलित परिवार पर बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की थी। जिसके बाद दुर्व्यवहार के विरोध में दलित दंपति ने कीटनाशक पी लिया था। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और सियासत गर्मा गई। इस मामले में सरकार ने ग्वालियर क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राजाबाबू सिंह, पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकरी को हटा दिया है।
Source: NJ