कांग्रेस नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को बिहार के कांग्रेस नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक की। बैठक के दौरान बिहार की मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति, बाढ़ और कोरोना से राज्य की हालत और विपक्षी दलों के गठबंधन को लेकर चर्चा की गई।
बिहार में इस साल के अंत में संभावित विधानसभा चुनाव को लेकर यहां कोरोना काल में भी राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ गई है। इस बीच, कांग्रेस भी अपना जनाधार बढ़ाने को लेकर कमर कस रही है। कांग्रेस नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को बिहार के कांग्रेस नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक की। पार्टी सूत्रों, के अनुसार, बैठक के दौरान बिहार की मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति, बाढ़ और कोरोना से राज्य की हालत और विपक्षी दलों के गठबंधन को लेकर चर्चा की गई। बैठक के दौरान कोरोना और बाढ़ की गंभीर स्थिति को लेकर चर्चा हुई और लोगों को इस काल में सुविधा नहीं मिलने का भी मामला उठाया गया। बैठक में, राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी बढ़ने पर भी चिंता व्यक्त की गई।
बैठक में कहा गया कि नीतीश कुमार की सरकार एक ऐसी सरकार है कि जो कठिन घड़ी में भी अपने राज्य के लोगों को अन्य राज्यों से वापस लाने में विफल रही।
बैठक में कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, वीरेंद्र राठौड़, अजय कपूर, प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, सदानंद सिंह, तारिक अनवर, अखिलेश सिंह, मुरारी गौतम, प्रेमचंद्र मिश्रा, ललन कुमार, साकिर अली, सुजीत कुमार सिन्हा सहित अन्य पदाधिकारी व केंद्रीय टीम के कुछ नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि बैठक में राहुल गांधी ने विपक्षी दलों के गठबंधन को एकजुट रखने पर बल दिया और कांग्रेस के सदस्यों को और कार्यशील बनाने का भी निर्देश दिया। इस दौरान बिहार की शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य की स्थिति पर भी चर्चा की गई।
Courtesy: NJ