भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने बिहार विधानसभा चुनाव में 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मैदान में किस्मत आजमाने उतरेगी. चंद्रशेखर आजाद ने पटना में मंगलवार को इसकी घोषणा की है।
बिहार के राजनीतिक समीकरण को देखते हुए विधानसभा चुनाव के मैदान में चंद्रशेखर आजाद की पार्टी के ताल ठोकने को अहम माना जा रहा है। हालांकि चंद्रशेखर आजाद इससे पहले आधिकारिक तौर पर कोई चुनाव नहीं लड़े हैं लेकिन बिहार विधानसभा में उनकी पार्टी के प्रत्याशी दूसरे दलों के उम्मीदवारों के सामने चुनौती पेश करेंगे।
बिहार के चुनावी मैदान में जनता दल यूनाइटेड (जदयू), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), कांग्रेस जैसी मुख्य पार्टियां मैदान में होंगी. लेकिन अब बिहार की सियासत में आजाद समाज पार्टी की एंट्री भी होने जा रही है।
अगले कुछ महीने में बिहार विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा था कि बिहार में विधानसभा चुनाव तय समय के मुताबिक ही होंगे। चुनाव के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाए इसके लिए एक बूथ पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1000 फिक्स कर दी गई हैं।
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने आजाद समाज पार्टी बनाई है. इससे पहले आधिकारिक तौर पर उन्होंने कोई चुनाव नहीं लड़ा है। समझा जाता है कि 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले वो बिहार में अपनी पार्टी की रिहर्सल करने उतर रहे हैं।
यह देखना दिलचस्प होगा कि बिहार में भीम आर्मी क्या गुल खिला पाती है ? क्योंकि बहुत से लोग इस चुनाव को चंद्रशेखर के लिए एक प्रयोग के तौर पर देख रहे हैं हालांकि इस बात पर भी भीम आर्मी को सोंचना चाहिए कि बिहार में बिना किसी बड़े सामाजिक सरोकार के कार्य के बिना सीधे बिहार के चुनाव में कूदने से लोग उन्हें ‘बाहरी’ होने का तमगा न दें डालें, जो उनके पार्टी के लिए फायदेमंद साबित न होगा।
गठबंधन के मामलों में अभी तक कोई बात साफ़ तौर पर निकल कर नहीं आई है। चंद्रशेखर रावण गठबंधन के मामलों में अभी कुछ भी खुलकर नहीं बोल रहे। राजनैतिक विश्लेषक की मानें तो अगर गठबंधन हुआ भी तो राजद से हो सकता है लेकिन एआईएमआईएम बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के साथ गठबंधन कर रही है ।देखना ये दिलचस्प होगा कि क्रांति के इतिहास से भरी धरती बिहार में चंद्रशेखर अपने आप को किस तरह से जनता के सामने प्रस्तुत करते हैं जिससे कि यह उनके राजनैतिक जीवन में एक मुख्य बिंदु साबित हो।
नेहाल अहमद। Twocircles net