कृषि कानूनों के खिलाफ पांच दिन से दिल्ली में चल रहे किसानों के प्रदर्शन की तरफ इशारा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सरकारें नीतियां और कानून बनाती हैं। उन नीतियों और कानूनों को समर्थन भी मिलता है तो कुछ सवाल भी उठते हैं, जो स्वभाविक है और लोकतंत्र का हिस्सा है।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित देव दीपावली उत्सव में शामिल होने और विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन और निरीक्षण करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर पहुंचे हैं। इस दौरान वाराणसी के खंडूरी गांव में 6 लेन सड़क के उद्घाटन के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने दिल्ली में चल रहे किसानों के प्रदर्शन पर जोरदार हमला बोला है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले अगर सरकार का कोई फैसला किसी को पसंद नहीं आता था तो उसका विरोध होता था, लेकिन पिछले कुछ समय से हम देख रहे हैं कि अब भ्रम और अफवाह विरोध का आधार हो गया है। प्रचार के जरिये समाज में भ्रम फैलाया जाता है कि फैसला तो सही है, पर आगे चलकर ऐसा कुछ हो सकता है, जो हुआ ही नहीं और कभी होगा भी नहीं। ठीक ऐसा ही कृषि कानूनों को लेकर किया जा रहा है। इसके पीछे वहीं लोग हैं, जिन्होंने दशकों तक किसानों के साथ लगातार छल किया है।
There's new trend now, earlier decisions of govt were opposed, now rumours have become basis for opposition. Propaganda is spread that although decision is fine, it can lead to other consequences, about things that haven't happened or will never happen. Same is with farm laws: PM pic.twitter.com/klMhThLCHo
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 30, 2020
पीएम मोदी ने आगे कहा कि किसानों के लाभ के लिए नए कृषि कानून लाए गए हैं। हम आने वाले दिनों में इन नए कानूनों के लाभों को देखेंगे और अनुभव करेंगे। पीएम ने कहा कि क्या किसान की बड़े मार्केट और ज्यादा दाम तक पहुंच नहीं होनी चाहिए? पहले मंडी के बाहर के लेनदेन ही गैरकानूनी थे। ऐसे में छोटे किसानों के साथ धोखा होता था, कई तरह के विवाद होते थे। लेकिन अब छोटा किसान भी मंडी के बाहर हुए हर सौदे को लेकर कानूनी कार्रवाई कर सकता है। किसानों को नए विकल्प के साथ धोखे से कानूनी संरक्षण भी मिला है। फिर भी अगर कोई पुराने सिस्टम को ही ठीक समझता है तो, उस पर भी रोक नहीं लगाई गई है?
The new agricultural laws have been brought in for benefit of the farmers. We will see and experience benefits of these new laws in the coming days: PM Modi in Varanasi pic.twitter.com/bY7mwT3E55
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 30, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ पांच दिन से दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन की तरफ इशारा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सरकारें नीतियां बनाती हैं, कानून-कायदे बनाती हैं। उन नीतियों और कानूनों को समर्थन भी मिलता है तो कुछ सवाल भी उठते हैं, जो स्वभाविक है। ये सब लोकतंत्र का हिस्सा है और भारत में इसकी जीवंत परंपरा रही है।
बता दें कि वाराणसी दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने सबसे पहले खंडूरी गांव में वाराणसी-प्रयागराज के बीच 6-लेन हाइवे के चौड़ीकरण का उद्घाटन किया। इसके बाद पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट साइट का निरीक्षण किया। इसके बाद वह एक क्रूज से डोमरी घाट पहुंचे, जहां से वह लतिया घाट जाएंगे और देव दीपावली उत्सव में शामिल होंगे। इस साल देव दीपावली के अवसर पर गंगा नदी के दोनों किनारों पर 15 लाख दिये जलाने के साथ भव्य उत्सव का आयोजन रखा गया है। उत्सव के दौरान पीएम मोदी प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ एक क्रूज से चेतराम घाट जाएंगे और वहां से एक शानदार लेजर शो का आनंद लेंगे।
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