नयी दिल्ली 10 दिसंबर (वार्ता) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज कहा कि ‘नए आत्मनिर्भर और समृद्ध भारत’ की संसद का नया भवन पूरे विश्व को अनादि काल तक संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक मूल्यों का आदर्श संदेश देता रहेगा।
री बिरला ने यहां संसद भवन परिसर के पार्किंग क्षेत्र में बनने वाले संसद के नये त्रिभुजाकार भवन के निर्माण के लिए भूमिपूजन एवं शिलान्यास के बाद समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि हमारे देश का लोकतंत्र परिपक्व हो चुका है। लोकतंत्र के बढ़ते स्वरूप ने संसद और सांसदों का उत्तरदायित्व बढ़ाया है। हम आजादी के 75 वर्ष पूर्ण करने जा रहे हैं।
नए भारत में विकास के नए आयाम भी हमने तय किए हैं। भविष्य में हमारे संवैधानिक दायित्वों को पूरा करने के लिए भवन में विस्तार की संभावना नहीं है। ऐसे में एक नए संसद भवन की आवश्यकता है। देश की जनता का भी सपना है कि उन्हें संसद का एक नया और आधुनिक भवन मिले। दोनों सदनों के सदस्यों की यह इच्छा थी कि विश्व के सबसे बड़े कार्यशील एवं जीवंत लोकतंत्र के लिए नए संसद भवन का निर्माण हो जो देश की सांस्कृतिक विविधता समेटते हुए भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा कर सके।
श्री बिरला ने कहा कि लोकतंत्र की 70 वर्षों की यात्रा में भारत के नागरिक, न्याय, स्वतंत्रता, पंथ निरपेक्षता, समता, एकता, अखण्डता और बंधुत्व की भावना के प्रति संकल्पित रहे हैं। हमारे वर्तमान संसद भवन का निर्माण 1927 में केंद्रीय लेजिस्लेटिव एसेंबली के रूप में हुआ जिसे अब 93 वर्ष हो चुके हैं। हमारी संसद लोगों के विश्वास और आकांक्षाओं का प्रतीक है। संसद भवन देश की आजादी, संविधान की रचना और अनेक ऐतिहासिक कानूनों के निर्माण का साक्षी भी रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल 5 अगस्त को संसद के दोनों सदनों ने प्रधानमंत्री श्री मोदी से संसद के नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया था। सांसदों एव सदन की भावनाओं को देखते हुए प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन के निर्माण की स्वीकृति दी और आज वह शुभ दिन आया है जब उनके हाथों से नए संसद भवन का भूमिपूजन और शिलान्यास हो रहा है।
श्री बिरला ने कहा, “मुझे विश्वास है कि हम जल्द ही आधुनिक तकनीकयुक्त, सुरक्षित एवं पर्यावरण अनुकूल नए संसद भवन का निर्माण कार्य पूर्ण करने में सफल होंगे जहां जनप्रतिनिधि जनता की आशाओं, अपेक्षाओं और उम्मीदों को कुशलता और दक्षता से पूरा कर पाएंगे। भारत विश्व का सबसे बडा लोकतंत्र है। हमारे संवैधानिक मूल्य और लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं विश्व के लिए आदर्श है जिसे देखने और समझने के लिए दुनिया भर से लोग आते हैं।
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