सांसद संजय सिंह ने कहा कि कान खोलकर सुन लो भाजपाइयों चाहे जितनी गुंडागर्दी कर लो प्रभु श्री राम के नाम पर बनने वाले मंदिर में चंदा चोरी नही करने दूंगा। इसके लिए चाहे मेरी हत्या हो जाय।
आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के घर पर हमले की खबर है। इस बात की जानकारी खुद संजय सिंह ने दी है। AAP सांसद ने कहा कि उनके घर पर कालिख पोती है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मेरे घर पर हमला हुआ है। सांसद ने कहा कि कान खोलकर सुन लो भाजपाइयों चाहे जितनी गुंडागर्दी कर लो प्रभु श्री राम के नाम पर बनने वाले मंदिर में चंदा चोरी नही करने दूंगा। इसके लिए चाहे मेरी हत्या हो जाय
Delhi: Visuals from outside the residence of Aam Aadmi Party (AAP) MP Sanjay Singh.
Police said an attempt was made to deface the nameplate at Singh's residence earlier today pic.twitter.com/hbjE9HFAkC
— ANI (@ANI) June 15, 2021
आम आदमी पार्टी सांसद ने वीडियो ट्वीट कर कहा कि मैं अभी अपने नॉर्थ एवेन्यू वाले घर पर हूं। अभी मेरे घर पर हमला हुआ है। आप सांसद ने कहा कि मैं साफ तौर पर कहना चाहता हूं बीजेपी सरकार और उनके गुंडों से आप जितने चाहे हमले करवा लें, चाहे मेरी हत्या करवा दें लेकिन मर्यादा पुरुषोत्तम राम के नाम पर बनने वाले मंदिर में अगर चंदा चोरी करोगे तो एक नहीं एक हजार बार बोलूंगा।
मेरे घर पर हमला हुआ है और चाहे मेरी हत्या कर दो, मगर कान खोलकर सुन लो भाजपाइयों प्रभु श्री राम के नाम पर बनने वाले मंदिर में चंदा चोरी नही करने दूँगा। @SanjayAzadSln pic.twitter.com/HkLZUNGktU
— Ajit tyagi (@_AjitTyagi) June 15, 2021
संजय सिंह ने कहा कि यह 115 करोड़ हिंदुओं का अपमान है। ये करोड़ों राम भक्तों का अपमान है जिन्होंने अपना पेट काट कर श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए चंदा दिया है। उन्होंने कहा कि अगर उस चंदे में चोरी हो रही है तो बार-बार उस सवाल को उठाउंगा। राज्यसभा सांसद ने कहा कि चंदा चोरों को पकड़ कर जेल में डाला जाना चाहिए।
गौरतलब है कि संजय सिंह ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे। आप सांसद ने कहा था कि चम्पत राय का झूठ पकड़ा गया। सिंह का आरोप है कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपए कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी। यह सीधे-सीधे धन शोधन का मामला है और सरकार इसकी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराये।
नवजीवन