जनता दल-यूनाइटेड (जेडीयू) में आंतरिक विवाद सोमवार को तब सामने आया, जब पार्टी के संसदीय बोर्ड के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उन्हें केंद्रीय मंत्री आर. सी. पी. सिंह के दौरे के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
जनता दल-यूनाइटेड (जेडीयू) में आंतरिक विवाद सोमवार को तब सामने आया, जब पार्टी के संसदीय बोर्ड के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उन्हें केंद्रीय मंत्री आर. सी. पी. सिंह के दौरे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। सिंह केंद्रीय मंत्री बनने के बाद सोमवार को पहली बार पटना पहुंच रहे हैं। इस बारे में पूछे जाने पर कुशवाहा ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
कुशवाहा ने कहा, “मैं पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के लिए बिहार के प्रत्येक जिले का दौरा कर रहा हूं। मेरा जहानाबाद का पूर्व निर्धारित दौरा है। पार्टी ने न तो कोई जानकारी साझा की है और न ही मुझे पार्टी में किसी से कोई पत्र मिला है। इसलिए, मैं उनके स्वागत कार्यक्रम में कैसे जा सकता हूं।”
आर. सी. पी. सिंह के समर्थकों ने पूरे पटना में स्वागत पोस्टर और बैनर लगाए हैं। दिलचस्प बात यह है कि पोस्टरों से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और कुशवाहा की तस्वीरें गायब हैं।
कुशवाहा ने कहा, “हम आर. सी. पी. सिंह के स्वागत पोस्टरों से ललन सिंह की तस्वीरें हटाने को बर्दाश्त नहीं कर सकते। हर कोई जानता है कि ललन सिंह कौन हैं और पार्टी में किस तरह के पद पर हैं। गुटबाजी में शामिल लोगों को भविष्य में इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
आर. सी. पी. सिंह के समर्थकों ने उपेंद्र कुशवाहा का बहिष्कार किया है। उनका मानना है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दूसरे कार्यकाल के बाद पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के लिए आरसीपी सिंह जिम्मेदार रहे हैं। इस बीच दिल्ली में आर. सी. पी. सिंह ने कहा कि पार्टी के पास एक ही नेता है और वह है नीतीश कुमार तथा दूसरे नेता तो सिर्फ उनकी मदद कर रहे हैं।
आईएएनएस के इनपुट के साथ