अखिलेश यादव ने कहा कि सच तो यह है कि बीजेपी राज में बेकारी-बेरोजगारी रिकार्ड तोड़ रही है। मंहगाई थमने का नाम नहीं ले रही है। व्यापार, कारोबार, दुकानदारी सब ठप है। बंदरबांट में उलझी बीजेपी सरकार से अब जनता को कोई उम्मीद नहीं बची है।
उत्तर प्रदेश में बीजेपी की योगी सरकार के कैबिनेट विस्तार को लेकर बीजेपी में उठे तूफान और इसको लेकर सीएम आदित्यनाथ के दिल्ली दौरे पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने करारा तंज कसा है। अखिलेश यादव ने सीएम आदित्यनाथ पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सीएम योगी के बुरे दिन शुरू हो गए हैं। उनकी कुर्सी खतरे में है और पद बचाने के लिए उन्हें दर-दर भटकना पड़ रहा है।
Bad days have come for UP CM as he's wandering door-to-door to retain post: SP chief Akhilesh Yadav
— Press Trust of India (@PTI_News) June 11, 2021
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “बंदरबांट में उलझी बीजेपी सरकार से जनता को कोई उम्मीद नहीं बची है। कोरोना संक्रमण, जानलेवा ब्लैक फंगस के मंहगे इलाज में सरकार की लापरवाही, जीवन रक्षक दवाइयों के अकाल और ठप विकास कार्यों के साथ हर मोर्चे पर विफल बीजेपी सरकार में गरीब, किसानों, नौजवानों और समाज के शोषित वंचित और पिछड़े वर्ग के हितों पर कुठाराघात ही होता रहा है।”
इधर बेकारी-बेरोज़गारी रिकार्ड तोड़ रही है, उधर महंगाई कमर तोड़ रही है। न मनरेगा में काम है, न स्किल मैपिंग का कहीं अता-पता है और न ही इंवेस्टमेंट मीट के निवेश का। व्यापार, कारोबार, दुकानदारी, कारीगरी सब ठप्प है।
बंदरबाँट में उलझी भाजपा सरकार से जनता को कोई उम्मीद भी नहीं है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 11, 2021
एसपी प्रमुख ने कहा कि विफलता और गलत प्रबंधन के चलते यूपी बीजेपी राज में आंकडे बताते है कि आबादी के हिसाब से टीकाकरण में यूपी पिछड़ा हुआ है। नीति आयोग के रिकार्ड में उत्तर प्रदेश को सबसे फिसड्डी राज्य का दर्जा मिला हुआ है। भुखमरी, गरीबी, भेदभाव और इंडस्ट्री तथा इंफ्रास्ट्रक्चर आदि सूचकांक रैंकिंग में राज्य बदहाल है।
अखिलेश यादव ने कहा, “सच तो यह है कि बीजेपी राज में बेकारी-बेरोजगारी रिकार्ड तोड़ रही है। मंहगाई थमने का नाम नहीं ले रही है। पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस सबके दाम आसमान छू रहे है। न मनरेगा में काम है, न स्किल मैपिंग का कहीं अता-पता है। व्यापार, कारोबार, दुकानदारी सब ठप है। लघु-मध्यम उद्योग बर्बाद हो रहे हैं।”
नवजीवन