पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि बीजेपी खुद को हीरो समझने लगी है, उसे आने वाले चुनावों में जीरो करना है। उन्होंने कहा कि अगले संसदीय चुनाव में सभी विपक्षी दल एक साथ चुनाव लड़ने के लिए साथ आ रहे हैं।
विपक्षी एकता की वकालत करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी ने साफ कहा है कि अगले लोकसभा चुनाव में समान विचारधारा वाली सभी पार्टियों को एकजुट होकर बीजेपी से मुकाबला करना होगा। ममता ने यह बात आज कोलकाता में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद कही।
Hon'ble CM @MamataOfficial welcomed Bihar's CM @NitishKumar & Deputy CM @yadavtejashwi in Bengal today.
This visit reinforces our united front against @BJP4India's tyrannical rule & false narratives! pic.twitter.com/CIkuVHKwGT
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) April 24, 2023
उन्होंने कहा कि, “सभी विपक्षी दलों को आने वाले चुनावों में बीजेपी के खिलाफ मिलकर लड़ना होगा। हमारा कोई निजी अहंकार नहीं है, हम साथ मिलकर काम करना चाहते हैं।” ममता के इस बयान के दौरान नीतीश कुमार और तेजस्वी भी उनके साथ थे। ममता ने आगे कहा कि, “मैंने नीतीश जी से सिर्फ एक आग्रह किया है। जयप्रकाश नारायण जी के आंदोलन की शुरुआत बिहार से हुई थी। अगर हम बिहार में ही एक सर्वदलीय बैठक करें तो वहां तय हो सकता है कि हमारा अगला कदम क्या होगा। लेकिन पहले हमें यह संदेश देना होगा कि हम सब साथ हैं। मैंने पहले भी कहा था कि मुझे इसमें कोई आपत्ति नहीं है। मैं बीजेपी को शून्य करना चाहती हूं। वे मीडिया और झूठ के सहारे हीरो बने हैं, उन्हें जीरो करना है।”
A yawning chasm separates @BJP4India's promises from performance. Their lack of concern for the nation & its people is glaring.
The regional parties must unite to create a blueprint for the 2024 Lok Sabha elections.
Putting the nation's interests above party politics! pic.twitter.com/1XmYsAUrJQ
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) April 24, 2023
इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “हमारे बीच अच्छी बातचीत हुई। हमने खासतौर से सभी दलों को साथ लाने और आने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की है। आगे जो भी किया जाएगा वह राष्ट्रहित में ही किया जाएगा। जो लोग अभ सत्ता में हैं, उन्हें राष्ट्रहित से कुछ लेनादेना नहीं है। वे सिर्फ अपने प्रचार में लगे हैं। देश के विकास के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है।” नीतीश कुमार कोलकाता के बाद लखनऊ जाएंगे, जहां उनकी समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात होनी है।
गौरतलब है कि आरजेडी नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हाल में तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस नेता के चंद्रशेखर राव से भी मुलाकात की थी। यह सारी कवायद सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर लाकर अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए एक इबारत तैयार करने के लिए की जा रही है। इधर ममता बनर्जी भी लगातार अगले संसदीय चुनाव के सिलसिले में कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात करती रही हैं। ममता बनर्जी ने पिछले दिनों ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से भी मुलाकात की थी।
इससे पहले नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी। इसके बाद सभी ने एनसीपी नेता शरद पवार से भी बातचीत की थी।
दरअसल मेल-मुलाकात के इस दौर से यही संदेश सामने आ रहा है कि अगले चुनाव के लिए सभी विपक्षी दल एक साथ हैं और एकजुट होकर मैदान में उतरेंगे।