उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, हम कर्नाटक के लोगों को 10 किलो मुफ्त चावल मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें चावल देना केंद्र सरकार का कर्तव्य है। हम उन्हें पैसे दे रहे थे और वो देने को राजी हो गए लेकिन अब उन्होंने मना कर दिया है।
कर्नाटक में कांग्रेस ने राज्य की ‘अन्ना भाग्य’ योजना के लिए “चावल देने से इनकार” करने के खिलाफ बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया। इस योजना के तहत कर्नाटक की कांग्रेस सरकार गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के प्रत्येक सदस्य को 10 किलो चावल प्रदान करता है। लेकिन केंद्र ने हाल ही में ओपन मार्केट सेल स्कीम (ओएमएसएस) के तहत केंद्रीय पूल से राज्य सरकारों को चावल और गेहूं की बिक्री बंद कर दी है। केंद्र के इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस ने मंगलावर को पूरे राज्य में प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, मंत्री प्रियांक खड़गे समेत कांग्रेस के सभी बड़े नेता इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
केंद्र सरकार की नियत पर सीएम सिद्धरमैया ने उठाए सवाल
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, पहले एफसीआई ने राज्य को खाद्यान्न आपूर्ति करने पर सहमति जताई थी। 13 जून को उपभोक्ता मंत्रालय ने एफसीआई को खाद्यान्न की आपूर्ति रोकने के लिए पत्र लिखा और 14 जून को एफसीआई ने हमें पत्र लिखा कि वे खाद्यान्न की आपूर्ति नहीं कर सकते। सीएम ने पूछा कि इसका मतलब क्या है? अगर स्टॉक नहीं है तो एफसीआई हमें खाद्यान्न देने के लिए क्यों राजी हुआ, उन्होंने मुझे व्यक्तिगत रूप से कहा है कि उनके पास 7 लाख मीट्रिक टन चावल उपलब्ध है। अब चावल देने से इनकार कर दिया गया। यह नफरत की राजनीति है।
हम अपने वादे पूरे करने के लिए प्रतिबद्ध: डीके शिवकुमार
वहीं उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, हम कर्नाटक के लोगों को 10 किलो मुफ्त चावल मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें चावल देना केंद्र सरकार का कर्तव्य है। हम उन्हें पैसे दे रहे थे और वो देने को राजी हो गए लेकिन अब उन्होंने मना कर दिया है। हम बीजेपी की दोगली राजनीति के खिलाफ लड़ रहे हैं।
कर्नाटक के डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने मंगलवार को मीडिया से कहा, हम दूसरे राज्यों से चावल खरीदेंगे और अपना वादा पूरा करेंगे। हमने पंजाब, छत्तीसगढ़ और अन्य पड़ोसी राज्यों से बात की है। हम उनसे अनाज खरीदने जा रहे हैं। मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि गरीबों के पेट पर राजनीति न करें, आप अपना चावल नहीं दे रहे हैं यह किसानों का चावल है। हमें किसी से मुफ्त चावल नहीं चाहिए, कर्नाटक सरकार खरीदने में सक्षम है।
कर्नाटक के लोगों से बदला ले रही केंद्र सरकार: प्रियांक खड़गे
कर्टनाक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने भी चावल देने से इनकार करने पर केंद्र पर निशाना साधा। खड़गे ने कहा, बीजेपी की केंद्र सरकार कर्नाटक के लोगों से बदला ले रही है क्योंकि उन्होंने बीजेपी को वोट नहीं दी। केंद्र सरकार हमें फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से चावल खरीदने की अनुमति नहीं दे रही। 12 जून को हमें 2.2 लाख मीट्रिक टन चावल 3600 रुपए प्रति क्विंटल खरीदने की अनुमति मिली थी लेकिन 13 जून को नया नोटिफिकेशन जारी किया गया कि कर्नाटक सरकार चावल नहीं खरीद सकती और व्यापारियों को 3100 प्रति क्विंटल चावल दे दिया गया।
Source: Navjivan