यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू दलित प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या के बाद उनके परिजनों से मुलाकात करने के लिए आजमगढ़ पहुंचे थे, लेकिन उन्हें सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया गया। फिलहाल सर्किट हाउस पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ सर्किट हाउस में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत पार्टी के कई नेताओं को पुलिस ने नजरबंद कर दिया है। नजरबंद किए गए नेताओं में इनमें प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, सांसद पीएल पुनिया, बृजलाल खाबरी, आलोक प्रसाद शामिल हैं। यह नेता दलित प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या के बाद उनके परिजनों से मुलाकात करने के लिए आजमगढ़ पहुंचे हैं, लेकिन उन्हें सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया गया। फिलहाल सर्किट हाउस पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। बड़ी संख्या में सर्किट हाउस के बाहर पुलिस कर्मी तैनात हैं।
ये है पूरा मामला:
आजमगढ़ के बांसगाव में हाल ही में दलित प्रधान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के पीछे कथित तौर पर गांव में ही रहने वाली उच्च जातियों को जिम्मेदार बताया गया है। 42 के दलित प्रधान का नाम सत्यमेव जयते था। वह पहली बार ही बांसगांव का प्रधान बने थे। दलितों का आरोप है कि सत्यमेव ने ठाकुरों के आगे नतमस्तक होने से इनकार कर दिया। इसीलिए उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। बांसगांव में ऊंची जातियों के मुकाबले दलितों की संख्या करीब 5 गुना है। इसके बावजूद यूपी के अन्य जिलों की तरह यहां भी असल ताकत ब्राह्मण और ठाकुरों की पकड़ में मानी जाती है।
पुलिस के मुताबिक, घटना के दिन सत्यमेव गांव के बाहर एक प्राइवेट स्कूल के बाहर से गुजर रहा था। यहां उनके दोस्त विवेक सिंह और सूर्यांश दुबे उसे पास के ही ट्यूबवेल पर खाना खिलाने के बहाने ले गए। बताया जा रहा है कि इसी दौरान उनके बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया और सत्यमेव के दोस्तों ने गोली मार दी। इसके बाद आरोपियों ने सत्यमेव के परिवार को हत्या की जानकारी दी और घटनास्थल से फरार हो गए। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर बड़ी संख्या में दलित समुदाय के लोग सड़क पर उतरे थे और तोड़फोड़ की थी।