बीजेपी और शिवसेना शिंदे गुट के नेताओं के सामने सवाल उस विचारधारा का है, जिसके खिलाफ वह लड़ते आ रहे हैं। आज उसी एनसीपी के नेताओं को सत्ता के लिए साथ में रख लिया गया है।
अजित पवार समेत एनसीपी के अन्य बागी विधायकों को अपने साथ मिलकार भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना शिंदे गुट खुद ही मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे हैं। बीजेपी और शिवसेना शिंदे गुट को अपने ही घर में बगावत का सामना करना पड़ सकता है। कल तक विचारधारा की लड़ाई बताते हुए शिवसेना को दो हिस्सों में बाटने वाली बीजेपी खुद विचारधारा की जाल में फंसती नजर आ रही है।
विचारधारा और मनचाहे पद के मुद्दे पर अजित पवार की सत्ता के खेमे में एंट्री से शिंदे गुट में बेचैनी दिख रही है। शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता संजय शिरसाट ने कहा कि राजनीति में जब भी हमारे प्रतिद्वंद्वी हमारे साथ आना चाहता है तो हमें उन्हें शामिल करना पड़ता है और बीजेपी ने यही किया। लेकिन एनसीपी नेताओं के साथ आने के बाद हमारे नेता नाराज हैं। क्योंकि एनसीपी के शामिल होने के बाद हमारे कुछ नेताओं को मनचाहा पद नहीं मिलेगा। यह सच नहीं है कि हमारे सभी नेता एनसीपी के हमारे साथ आने से खुश हैं। उन्होंने कहा कि हमने सीएम और डिप्टी सीएम को भी इसकी जानकारी दे दी है और उन्हें इस मुद्दे को हल करना होगा।
"It is not true that all our leaders are happy with NCP joining us": Shiv Sena (Eknath Shinde) leader Shirsat signals disquiet in party
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— ANI Digital (@ani_digital) July 5, 2023
शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के नेता संजय शिरसाट ने कहा कि हम हमेशा से एनसीपी और शरद पवार के खिलाफ रहे हैं। शरद पवार ने उद्धव ठाकरे को मोहरा बनाकर सरकार चलाई। महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री होकर भी हमारा नहीं था। हमारा विरोध जायज है। हम पहले भी उद्धव ठाकरे को यही कहते थे कि एनसीपी पार्टी का साथ छोड़ें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस मुद्दे का हल निकाल लेंगे।
जाहिर है बीजेपी और शिवसेना शिंदे गुट के नेताओं के सामने सवाल उस विचारधारा का है, जिसके खिलाफ वह लड़ते आ रहे हैं। आज उसी एनसीपी के नेताओं को सत्ता के लिए साथ में रख लिया गया है। वो भी तब जब बागी एनसीपी नेता अपनी पार्टी को छोड़कर शिंदे गुट या बीजेपी में शामिल नहीं हुए हैं, बल्कि वह खुद को एनसीपी नेता बताते हुए सरकार का हिस्सा बने हैं और एनसीपी पर अपना दावा ठोक रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में बीजेपी और शिवसेना गुट के सामने खुद बगावत की चुनौती का सामना पड़ जाए तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं होगी।
एनसीपी शरद पवार गुट के नेता रोहित पवार ने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ता भी नाराज हैं क्योंकि जिसके खिलाफ वो अभी तक लड़ते आए आज उन्हें ही सत्ता को और मजबूत करने के लिए अपने साथ शामिल कर लिया गया है। हमारे साइ़ड के एनसीपी के कार्यकर्ता भी बीजेपी से नाराज हैं। तो सभी लोग और कार्यकर्ता एकजुट होकर एक अच्छे विचार को ताकत देंगे और आने वाले चुनाव में सत्ता में जो हैं उन्हें आप जाता हुआ देखेंगे।
Source: Navjivan