राजद के प्रधान सचिव आलोक मेहता ने कहा कि सभी जिलों में नेता और कार्यकर्ता जातीय जनगणना कराए जाने, आरक्षण में बैकलॉग व्यवस्था लागू करने और मंडल आयोग की अनुशंसा लागू करने संबंधी मांग को लेकर सड़क पर उतरे हैं।
बिहार में जातीय जनगणना की मांग को लेकर सियासत तेज है। इस बीच, जातीय जनगणना की मांग सहित कई अन्य मुद्दों को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और कार्यकर्ता शनिवार को सड़क पर उतर गए हैं। पटना में राजद के कार्यकर्ता पटना में भी सड़कों पर उतरे हैं। इस बीच अन्य जिला मुख्यालयों में भी राजद के नेता और कार्यकर्ता धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं।
राजद के प्रधान सचिव आलोक मेहता ने कहा कि सभी जिलों में नेता और कार्यकर्ता जातीय जनगणना कराए जाने, आरक्षण में बैकलॉग व्यवस्था लागू करने और मंडल आयोग की अनुशंसा लागू करने संबंधी मांग को लेकर सड़क पर उतरे हैं। प्रदर्शन के बाद इन मांगों का ज्ञापन सभी जिलों के जिलाधिकारियों के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा जाएगा।
इधर, पटना में भी राजद प्रदेश कार्यालय के सामने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि हमलोग जातीय जनगणना की मांग पर अड़े हैं और यह होना ही चाहिए। जगदानंद सिंह ने बताया कि बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर राजद का यह प्रदर्शन जारी है।
उल्लेखनीय है कि बिहार में जातीय जनगणना को लेकर सियासत जारी है। सत्तारूढ़ जनता दल युनाइटेड भी जातीय जनगणना की मांग कर रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी नेताओं की मांग पर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है, जिसके लिए वे पत्र भी लिख चुके हैं।
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