बिहार में जातीय जनगणना को लेकर प्रारंभ सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच, एलजेपी के नेता और सांसद चिराग पासवान भी जातीय जनगणना के मुद्दे पर सत्तारूढ एनडीए के प्रमुख घटक दल जेडीयू के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ नजर आ रहे हैं।
बिहार में जातीय जनगणना को लेकर प्रारंभ सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच, लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के नेता और सांसद चिराग पासवान भी जातीय जनगणना के मुद्दे पर सत्तारूढ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के प्रमुख घटक दल जनता दल (युनाइटेड) के वरिष्ठ नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ नजर आ रहे हैं।
नीतीश पर हमलावर रहने वाले चिराग ने उनका और राजद नेता तेजस्वी यादव के जतीय जनगणना कराने की मांग का समर्थन करते हुए उनके बयानों का समर्थन किया है।
चिराग अपनी आशीर्वाद यात्रा को लेकर बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार की शाम हाजीपुर पहुंचे चिराग से जब पत्रकारों ने नीतीश कुमार के जातीय जनगणना कराने की मांग के संबंध में पूछा गया तब उन्होंने कहा, “मैं इस बात का पक्षधर हूं कि जातीय जनगणना होनी चाहिए। जाति के आधार पर जनगणना होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “बहुत सी ऐसी योजनाएं है, केंद्रीय स्तर पर हो या राज्यस्तर पर हों, वह जातियता के आधार पर बनाई जाती हैं। उसमें सही राशि आवंटित की जाए उसके लिए जरूरी है कि आपके पास आंकडे हों।” उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना वर्ष 1931 में आखिरी बार हुई थी। इसका काफी लंबा समय गुजर गया है इसलिए एकबार फिर जाति आधार पर जगनणना हो यह जरूरी है।
उल्लेखनीय है कि चिराग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घुर विरोधी माने जाते हैं। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के पहले से ही वे लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधाते रहे हैं। माना जाता है कि नीतीश कुमार की वजह से ही उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया था और जदयू के सीटों की संख्या में कमी आ गई। ऐसे में चिराग के मुख्यमंत्री के नीतीश के समर्थन में आना सियासी गलियारे में हैरान करने वाला माना जा रहा है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ