इतिहास में ऐसा पहली बार देखा गया था कि पेट्रेल से ज्यादा महंगा डीजल बिकने लगा था। दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 80 रुपये के पार चली गई थी। लगातर केंद्र सरकार से यह मांग की जा रही थी कि वह तेल लगने वाले टैक्स को कम करे, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कोरोना महामरी के बीच जनता को बड़ी राहत दी है। दिल्ली कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रेस से बात की। उन्होंने प्रेस से बात करते हुए कहा, “दिल्ली की कैबिनेट ने आज यह फैसला किया है कि डीजल पर वैट को 30 प्रतिशत से घटाकर 16.75 प्रतिशत किया जाए। इससे दिल्ली में डीजल के दाम प्रति लीटर 8.36 रुपये कम हो जाएंगे, और 82 रुपये प्रति लीटर मिलने वाला डीजल 73.64 रुपये में मिलेगा।”
Delhi Cabinet has decided to reduce VAT on diesel from 30% to 16.75%. This will reduce price of diesel in Delhi from Rs 82 to Rs 73.64 i.e. by Rs 8.36 per litre: Delhi CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/uQItBFObqC
— ANI (@ANI) July 30, 2020
गौरतलब है कि इतिहास में ऐसा पहली बार देखा गया था कि पेट्रेल से ज्यादा महंगा डीजल बिकने लगा था। दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 80 रुपये के पार चली गई थी। लगातर केंद्र सरकार से यह मांग की जा रही थी कि वह तेल लगने वाले टैक्स को कम करे, लेकिन सरकार इस कोरोना महामारी में भी ऐसा करने के लिए तैयार नहीं हुई। कांग्रेस पार्टी ने देश भर में पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था। वहीं, इस मौसम में किसान खेती करते हैं ऐसे में उन्हें डीलज की सबसे ज्यादा जरुरत होती है। लगातार यह मांग की जा रही थी कि सरकारें डीजल पर टैक्स कम करें ताकि किसानों को राहत मिले। इन सबके बावजूद केंद्र की मोदी सरकार ने एक न सुनी और किसानों को रहात नहीं दी। पेट्रोल की बढ़ी कीतमों को भी कम करने की मांग की जा रही है। विपक्ष का कहना है कि लोग लाखों की संख्या में बेरोजगार हो गए हैं। इस हहामारी में लोगों को राहत देने की बजाय सरकार उनसे तेल पर भारी टैक्स वसूल रही है।
Source: NJ