राहुल गांधी लगातार केंद्र की मोदी सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि वह देश को बताए कि आखिर लद्दाख में क्या हुआ है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यह सवाल पूछ रहे हैं कि मोदी सरकार यह बताए कि क्या लद्दाख में घुसकर चीनी सेना ने भारीत क्षेत्र पर कब्जा जमा लिया है।
भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “चीनी लद्दाख में घुसे और हमारे क्षेत्र पर कब्जा जमा लिया। इस बीच पीएम मोदी चुप्पी साधे हुए हैं और पूरे घटनाक्रम से गायब हैं।”
The Chinese have walked in and taken our territory in Ladakh.
Meanwhile
The PM is absolutely silent and has vanished from the scene.https://t.co/Cv06T6aMvU
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 10, 2020
राहुल गांधी लगातार केंद्र की मोदी सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि वह देश को बताए कि आखिर लद्दाख में क्या हुआ है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यह सवाल पूछ रहे हैं कि मोदी सरकार यह बताए कि क्या लद्दाख में घुसकर चीनी सेना ने भारीत क्षेत्र पर कब्जा जमा लिया है। मोदी सरकार और उसके रक्षा मंत्री इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। सरकार यह बताने को तैयार नहीं है कि लद्दाख में घुसकर हमारे क्षेत्र पर चीन ने कब्जा कर लिया है। जानकार यह बता रहें कि चीन लद्दाख में अंदर घुसा है भारतीय क्षेत्र पर कब्जा जमा लिया इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक ट्वीट का शायराना अंदाज में जवाब दिया था। राजनाथ सिंह के इस ट्वीट पर मंगलवार को राहुल गांधी ने पलटवार किया थे। उन्होंने ट्वीट कर सवाल पूछा, “एक बार रक्षा मंत्री का ‘हाथ के निशान’ पर टिप्पणी करना हो जाए, तो क्या वह जवाब दे सकते हैं कि क्या लद्दाख में चीन ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया?”
इससे पहले 3 जून को राहुल गांधी ने ट्वीट कर पूछा था, “क्या भारत सरकार यह पुष्टि कर सकती है कि कोई चीनी सैनिक भारतीय सीमा में नहीं घुसा है।”
बता दें कि भारत और चीन के बीच ताजा विवाद लद्दाख में हो रहा है। वहां चीन भारत के निर्माण कार्य का विरोध कर रहा है। दूसरी तरफ भारत ने साफ कर दिया है कि सड़क निर्माण नहीं रुकेगा। इस बीच वहां चीन द्वारा भारी सैनिक बल तैनात करने की खबरें थीं, जिसके बाद भारत ने भी वहां सैनिक गतिविधियां बढ़ा दी थीं। इस बीच सरकार सूत्रों से खबर आ रही है कि भारत और चीन की सेनाएं अपने-अपने क्षेत्र में पीछे हटी हैं।